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मित्र-मंडली प्रकाशन का उद्देश्य मेरे मित्रों की रचना को ज्यादा से ज्यादा पाठकों तक पहुँचाना है।
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प्रार्थी
राकेश कुमार श्रीवास्तव "राही"
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सुप्रिया पाण्डेय जी
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मित्र मंडली -67
इस सप्ताह के नौ रचनाकार
Meri Jubani (मेरी जुबानी )
श्रमिक दिवस ------ श्रम का उपासना पर्व --- लेख
श्रमिक दिवस ------ श्रम का उपासना पर्व --- लेख
रेणु बाला जी
भेड़ाघाट (जबलपुर) नौका विहार
कविता रावत जी
"जबलपुर में मशहूर पर्यटक स्थल: धुआंधार प्रपात, चौसठ योगिनी मंदिर, मदन महल, बैलेंसिंग रॉक एवं अन्य अनेक स्थल हैं , अभी आप शांत-सौम्य भेड़ाघाट (जबलपुर) नौका विहार का आनंद लें।"
नकली मूर्ती
हर्ष वर्धन जोग जी
ज़िंदगी का सफ़र
रवींद्र सिंह यादव जी
" ज़िन्दगी के सफर में अपने हालात के ख्यालों को व्यक्त करती सुन्दर रचना। "
" ज़िन्दगी के सफर में अपने हालात के ख्यालों को व्यक्त करती सुन्दर रचना। "
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 07-05-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 07-05-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मित्र मंडली -68
इस सप्ताह के सात रचनाकार
मित्र मंडली -68
इस सप्ताह के सात रचनाकार
अस्तित्व
कुसुम कोठारी जी
बुद्ध हो जाओ
सुप्रिया पाण्डेय जी
इंतज़ार एक किताब का!
अपर्णा बाजपई जी
सफेद रंग
मीना शर्मा जी
पर्याय कवयित्री नारी की
विश्व मोहन जी
हेल्थ ब्लंडर 7
सतीश सक्सेना जी
अनकहे शब्द
कैलाश शर्मा जी
"वक्त पर जब शब्द मौन हो जाते हैं तो बाद में महसूस होता है कि काश उस वक्त शब्द मुखर होते तो आज यह मंजर देखने को न मिलता। सुंदर भावाभिव्यक्ति। "
"वक्त पर जब शब्द मौन हो जाते हैं तो बाद में महसूस होता है कि काश उस वक्त शब्द मुखर होते तो आज यह मंजर देखने को न मिलता। सुंदर भावाभिव्यक्ति। "
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 14-05-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 14-05-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
इस सप्ताह के पाँच रचनाकार
माँ :तुम्हारी बात
सुप्रिया पाण्डेय जी
घूँट--घूँट प्यास
अपर्णा बाजपई जी
"जल के अभाव में जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। जल की महत्ता को स्थापित करती सुन्दर रचना। "
बामुलाहिजा होशियार! जिन्ना का जिन्न!!!
विश्व मोहन जी
समग्रता की तलाश
पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा जी
इंतजार है इज़हार करने का गुलाब हाथ में है तसवीर ख़्वाब में है वफ़ा करने का नशा है बता तो सही तू है तो कहाँ है
सुशील कुमार जोशी जी
"इश्क,प्यार और मोहब्बत के शब्दों को शब्द के जादूगर उलूक ने सियासत का रंग दे दिया अब देखे उलूक को कितने लोग असहिष्णु मानते है।"
"इश्क,प्यार और मोहब्बत के शब्दों को शब्द के जादूगर उलूक ने सियासत का रंग दे दिया अब देखे उलूक को कितने लोग असहिष्णु मानते है।"
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 21-05-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मित्र मंडली -70
मित्र मंडली -70
इस सप्ताह के पाँच रचनाकार
उठ के बस एक दीप जलाओ
कुसुम कोठारी जी
"नर हो न निराश करो मन को" के मूल मन्त्र को आह्वान करती और भाईचारे का सन्देश फैलाती सुन्दर कविता।
"नर हो न निराश करो मन को" के मूल मन्त्र को आह्वान करती और भाईचारे का सन्देश फैलाती सुन्दर कविता।
बदलाव
सुप्रिया पाण्डेय जी
नदिया के दो तट
मीना शर्मा जी
खुद से कहिये जीने का अंदाज़ बदल लें
सतीश सक्सेना जी
आतंकी का धर्म
पंकज भूषण पाठक जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 28-05-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
इस सप्ताह के छः रचनाकार
नया इतिहास
अपर्णा बाजपई जी
जरूरत क्या दलीलों की !
मीना शर्मा जी
गंगा रे ! तू बहती रहना -लेख --
रेणु बाला जी
डाॅक्टर बनने की राह आसान बनाने हेतु एक सार्वजनिक अपील
कविता रावत जी
"अपनी मदद की गुहार लगाते या दूसरों के मदद में अपनी रोटी सेंकते आपने बहुत लोगों को देखा होगा। पढ़ाई के लिए आर्थिक सहायता करना एक उत्तम विचार है। इस प्लेटफार्म से मैं सुधि पाठकों एवं रचनाकारों से विशेष अनुरोध करता हूँ कि आप 5 लाख 72 हजार रु. शायद न दें पाएं परन्तु आप के द्वारा दिया गया एक छोटी सी राशि भी 5 लाख 72 हजार रु. को पूरा करने में एक अहम् योगदान दे सकता है आप ये ना सोचे कि आपके द्वारा दिया गया सौ या हज़ार से क्या होगा। बूंद-बूंद से ही सागर भरता है। "
“सुनहरे पंख”
ऋतू असूजा ऋषिकेश जी
ऋतू असूजा ऋषिकेश जी
"सुनहरे भविष्य की ओर कदम बढ़ाता बचपन को बुजुर्गों के आशीर्वाद एवं शुभकामनाओं को हकीकत की धरातल पर फलीभूत होते देखती सुन्दर रचना। "
कहीं यूं ही
पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा जी
"निस्वार्थ भाव से सभी की खुशियों के लिए जीने की प्रेरणा देती सुन्दर कविता। "
"निस्वार्थ भाव से सभी की खुशियों के लिए जीने की प्रेरणा देती सुन्दर कविता। "
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 04-06-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मित्र मंडली -72
इस सप्ताह के सात रचनाकार
पत्रकारिता दिवस में भावनाओं से भरा वह पल
शशि गुप्ता जी
ये सरकारी कार्यालय है!
अपर्णा बाजपई जी
कागा मोती चुन लेते हैं !
मीना शर्मा जी
माँ भारती
कुदसिया बाग दिल्ली
हर्ष वर्धन जोग जी
वृथा ये अभिमान
पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा जी
गुज़रे हुए सालों की तरफ़
रवींद्र सिंह यादव जी
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इस सप्ताह के सात रचनाकार
कुसुम कोठारी जी
उसकी शख्शियत
सुप्रिया पाण्डेय जी
#ब्रेक टाईम
अनीता लागुरी जी
"नारी की छोटी सी ख्वाहिश भी न पूरी होने की कसक को बयां करती मार्मिक रचना"
दोहे "रखना कभी न खोट"
राधा तिवारी जी
श्वेता सिन्हा जी
"पर्यावरण के प्रति हमारी संवेदनहीनता के कारण विनाश की मौन आहट को सुनने की चेतावनी देती सुंदर रचना । "
अल्पसंख्यक पेंशनर
हर्ष वर्धन जोग जी
प्रेम के सौदागर
विजय बोहरा जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 18-06-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मित्र मंडली -74
इस सप्ताह के तीन रचनाकार
उतराखंड त्रासदी ---- हिमालय का आक्रांत स्वर
रेणु बाला जी
कोई अन्त न हो
पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा जी
चाँद के फासले
पंकज भूषण पाठक जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 25-06-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मित्र मंडली -75
मित्र मंडली -75
इस सप्ताह के छः रचनाकार
कुसुम कोठारी जी
ईदी
सुप्रिया पाण्डेय जी
"एक ईदी इंसानियत के लिए भी चाहिए, भाईचारे का सन्देश देती सुन्दर रचना। "
"निशान "
ज़िन्दगी
लोकेश नशीने जी
रवींद्र सिंह यादव जी
अप्रगतिवादी सोच का मानव !
ध्रुव सिंह जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 02-07-2018 को प्रकाशित हो
इस सप्ताह के आठ रचनाकार
"हम भी काम कर लेते हैं'
मीना भारद्वाज जी
"मासूमियत के साथ जीने वालों के नाम एक सुन्दर ग़ज़ल जो चालबाज़ों से सावधान रहने की नसीहत देती है। "
दोहे "करना मत विश्राम"
राधा तिवारी जी
पुण्य स्मरण -- बाबा नागार्जुन -- जन्म दिन विशेष
रेणु बाला जी
श्वेता सिन्हा जी
"जनकवि वैद्यनाथ मिश्र "यात्री" अपने उपनाम से कभी भी पहचाने नहीं गए। जनकवि बाबा नागार्जुन के नाम के दोनों शब्द में एक "बाबा "पाठकों के प्रेम और दूसरा उनके धर्मपरिवर्तन के कारण दिया गया और आज भी इन दोनों नामों से ये विश्व-विख्यात है। गरीबों , हारे हुए और शोषित वर्गों के परस्थितियों पर अपनी लेखनी से पाठकों की संवेदना जगाते थे। जनकवि बाबा नागार्जुन पर लिखी उपरोक्त दोनों आलेख पाठकों के लिए अनमोल है ।
"जनकवि वैद्यनाथ मिश्र "यात्री" अपने उपनाम से कभी भी पहचाने नहीं गए। जनकवि बाबा नागार्जुन के नाम के दोनों शब्द में एक "बाबा "पाठकों के प्रेम और दूसरा उनके धर्मपरिवर्तन के कारण दिया गया और आज भी इन दोनों नामों से ये विश्व-विख्यात है। गरीबों , हारे हुए और शोषित वर्गों के परस्थितियों पर अपनी लेखनी से पाठकों की संवेदना जगाते थे। जनकवि बाबा नागार्जुन पर लिखी उपरोक्त दोनों आलेख पाठकों के लिए अनमोल है ।
सधी हुई चाल
पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा जी
मॉब-लिंचिंग
रवींद्र सिंह यादव जी
कबीर दौड़ रहा है सूर को सावधान रहने के लिये कहने के लिये ढूँढ रहा है तुलसी अदालत में फंसा हुआ है
सुशील कुमार जोशी जी
तेरे जुमले से काश ! इनका घर संवर जाता...
शशि गुप्ता जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 09-07-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी प्रस्तुति :
मेरी प्रस्तुति :
मित्र मंडली -77
मित्र मंडली -77
इस सप्ताह के पाँच रचनाकार
जहाँ होए अँधेरा
आँचल पाण्डेय जी
एक सज़ायाफ्ता प्रेमी
अपर्णा बाजपई जी
#घुटन सी होने लगी है अब
अनु अन्न लागुरी जी
"मेघ प्रेम का सन्देश लाता है और इसी भाव से उपजी मन की भावनाओं को मुखर करती सुन्दर रचना। "
"मेघ प्रेम का सन्देश लाता है और इसी भाव से उपजी मन की भावनाओं को मुखर करती सुन्दर रचना। "
लोकेश नशीने जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 16-07-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी प्रस्तुति :
मेरी प्रस्तुति :
मित्र मंडली -78
मित्र मंडली -78
इस सप्ताह के छः रचनाकार
पंख कटे पैरों में बेड़ी.....
नीतू ठाकुर जी
"प्रहरी"
मीना भारद्वाज जी
"सैनिकों के प्रति आश्रु भरी श्रद्धा-सुमन अर्पित करती सुन्दर भावपूर्ण कविता। "
बाल कविता " पंछी"
राधा तिवारी जी
श्वेता सिन्हा जी
"प्रेमी के प्रति अपने अंतर्मन की अभिव्यक्ति और अनुभूति को सौम्यता के साथ मुखर करती सुंदर कविता ।"
धारी देवी मंदिर, उत्तराखण्ड
हर्ष वर्धन जोग जी
चतुर्मास संग जीव प्रिये.
विश्व मोहन जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 23-07-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मित्र मंडली -79
इस सप्ताह के सात रचनाकार
मित्र मंडली -79
इस सप्ताह के सात रचनाकार
दोहे " आज विदा नीरज हुए "
राधा तिवारी जी
"कवि गोपाल दास सक्सेना "नीरज " को भावांजलि देती सुन्दर दोहे। "
"कवि गोपाल दास सक्सेना "नीरज " को भावांजलि देती सुन्दर दोहे। "
कुसुम कोठारी जी
उन्मुक्त उड़ान
रिंकी राउत जी
स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली
कविता रावत जी
"ऐतीहासिक धरोहर से सजी दिल्ली में पर्यटकों के लिए सन् 1986 में लोटस टेम्पल एक सौगात के रूप में मिला और 2005 से शायद ही कोई पर्यटक होगा जो "स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली" का दर्शन न किया हो। अक्षरधाम की विस्तृत जानकारी देती सुन्दर आलेख। "
गुप्तकाशी
हर्ष वर्धन जोग जी
मरू में क्यों!
विश्व मोहन जी
कुछ दराज़ों में डाल रक्खी हैं ...
दिगम्बर नसवा जी
"अपने चाहतों एवं यादों की मखमली एहसाओं को फिर से एक लाजवाब ग़ज़ल में पिरोकर पेश किया है। आप भी आनंद लें। "
"अपने चाहतों एवं यादों की मखमली एहसाओं को फिर से एक लाजवाब ग़ज़ल में पिरोकर पेश किया है। आप भी आनंद लें। "
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 30-07-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी प्रस्तुति :
मेरी प्रस्तुति :
मित्र मंडली -80
इस सप्ताह के सात रचनाकार
मित्र मंडली -80
इस सप्ताह के सात रचनाकार
मैं मनोज माँ लाल हूँ तेरा
आँचल पाण्डेय जी
"शिव स्तुति"
मीना भारद्वाज जी
"श्रावण मास में शिव की स्तुति चिदानंद रूपः शिवोहम शिवोहम की अनुभूति प्रदान करता है। सुन्दर शिव-स्तुति।"
..विरह का सुलतान - पुण्य स्मरण --शिव कुमार बटालवी
रेणु बाला जी
श्वेता सिन्हा जी
"जीवन की गूढ़-रहस्य को सरल भाषा में समझाती सुंदर रचना जिसे आप आत्मसात कर लें तो ये अनमोल जीवन सफल हो जाए। "
आसान यूरोप यात्रा
सतीश सक्सेना जी
'मैं'
विश्व मोहन जी
बकवास करेगा ‘उलूक’ मकसद क्या है किसी दीवार में खुदवा क्यों नहीं देता है
सुशील कुमार जोशी जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 06-08-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी प्रस्तुति :
मेरी प्रस्तुति :
मित्र मंडली -81
मित्र मंडली -81
इस सप्ताह के पांच रचनाकार
निशांत का संगीत
कुसुम कोठारी जी
"लिखना"
मीना भारद्वाज जी
"अपने प्रिय के संदेश की राह तकती, एक प्रिया की विह्वल अभिव्यक्ति को व्यक्त करती सुंदर रचना।"
"मैं"
अनु अन्न लागुरी जी
"घुटन भरी जीवन जीने को मजबूर और अपने दाम्पत्य जीवन को अंतिम साँसों तक बचाने की छटपटाहट के साथ स्त्री मन की वेदना को व्यक्त करती रचना।"
दोस्ती हमारी
एक कश्ती सौ तूफां, जाएं तो जाएं कहां
शशि गुप्ता जी
"लेखक जब भी कुछ लिखता है, वह अपने आस-पास घटित घटनाओं के सूक्ष्म विश्लेषण के आधार पर होता है और यह आवश्यक नहीं है कि उसके रचना में लिखी सभी तथ्य उसके निजी जीवन में घटित घटनाओं के आधार पर हो।
मेरे अनुसार जीवन-संघर्ष की राह में आप स्वयं अर्जुन एवं कृष्ण की भूमिका में होते हैं और अगर आप गीता को मानते एवं समझते है तो जीवन जीना सरल हो जाता है। अर्थात "कर्म किए जा फल की इच्छा मत कर ऐ इंसान" फिल्म - सन्यासी।"
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 13-08-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी प्रस्तुति :
मेरी प्रस्तुति :
मित्र मंडली -82
मित्र मंडली -82
इस सप्ताह के सात रचनाकार
आज नया एक गीत ही लिख दूं
कुसुम कोठारी जी
जाने कैसे लोग
राधा तिवारी जी
अमर शहीद के नाम
रेणु बाला जी
"मातृभूमि पर मर-मिटने को प्रेरित करती एवं शहीदों के बलिदानों को नमन करती सुंदर रचना। "
श्वेता सिन्हा जी
"प्रकृति के साथ छेड़-छाड़ के कारण आई प्राकृतिक आपदा बाढ़ के प्रभाव से आम आदमी के जीवन की वीभत्स मंजर को हृदय विदारक शब्द चित्रण करती मार्मिक रचना। "
कवि तुम ....
डॉ. प्रतिभा सोवती जी
द्वितीय संस्करण
पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा जी
ढाक के तीन पात
जयंती प्रसाद शर्मा जी
जयंती प्रसाद शर्मा जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 20-08-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी प्रस्तुति :
मेरी प्रस्तुति :
इस सप्ताह के छः रचनाकार
मिलिए मित्र मंडली के नए सदस्य से
मिलिए मित्र मंडली के नए सदस्य से
कैसे गुजरी रात याद नही रहता
ज़नाब जफ़र ऐरोली
ऋतु परिवर्तन
पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा जी
पश्चाताप
रवींद्र सिंह यादव जी
बाधाएं आती हैं आएं, कदम मिलाकर चलना है
शशि गुप्ता जी
अटल अजातशत्रु
पंकज भूषण पाठक जी
क्या लिखूं तुमसे परिचय मेरा ?
रेणु बाला जी
"जिस पर अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया हो तो ऐसी स्थिति में संबंध परिचय का मोहताज़ नहीं रहता। पूर्ण-समर्पण भाव से लिखी गई रचना। "
"जिस पर अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया हो तो ऐसी स्थिति में संबंध परिचय का मोहताज़ नहीं रहता। पूर्ण-समर्पण भाव से लिखी गई रचना। "
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 27-08-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी प्रस्तुति :
मेरी प्रस्तुति :
मित्र मंडली -84
मित्र मंडली -84
इस सप्ताह के दस रचनाकार
इन आंखों के कितने अफसाने हैं
कुसुम कोठारी जी
"सपना’
मीना भारद्वाज जी
"एक चंचल तरुणी मन में उपजी एक ख्याल को सुंदर शब्दों में व्यक्त करती रचना। "
समय के पदचिन्ह...
उपासना स्याग जी
भैया तुम हो अनमोल !
रेणु बाला जी
श्वेता सिन्हा जी
"देह के आकर्षण से बंधा प्रेम सदैव स्त्री मन को आहत करती है और इसी मनःस्थिति को उजागर करती सुन्दर भाव पूर्ण प्रस्तुति। "
अबकी बार राखी में जरुर घर आना
कविता रावत जी
"परदेश में बसे भाई को इस बार राखी पर घर आने की मनुहार करती बहन की भावनाओं को व्यक्त करती सुंदर रचना।"
सरल सुगम मेरी रचना है
"अपनी रचनाओं में खुद को व्यक्त करने और इसके माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने को प्रेरित करती सुंदर रचना।"
भेड़िया और मेमना
रवींद्र सिंह यादव जी
" मेमने की अम्मा कब तक खैर मनाएगी, चरवाहे के आसरे क्या वह जी पाएगी। भेड़िया का खौफ और चरवाहे के साथ अपनी सलामती को दिल से निकालना होगा। आजादी चाहिए तो स्वाभिमान को जगाना होगा और न किसी को भेड़िया न खुद को मेमना बनाना होगा। सुंदर प्रस्तुति। "
" मेमने की अम्मा कब तक खैर मनाएगी, चरवाहे के आसरे क्या वह जी पाएगी। भेड़िया का खौफ और चरवाहे के साथ अपनी सलामती को दिल से निकालना होगा। आजादी चाहिए तो स्वाभिमान को जगाना होगा और न किसी को भेड़िया न खुद को मेमना बनाना होगा। सुंदर प्रस्तुति। "
ज़िन्दगी का मौसम
लोकेश नशीने जी
पटरी पर
हर्ष वर्धन जोग जी
"अपने ख़ास अंदाज में फिर से एक हलकी-फुलकी कहानी लेकर आएं हैं।केके की गलत फहमी तो दूर हो गई परन्तु मुझे उम्मीद है कि उसकी जीवन जब पटरी पर आ गई है तो जीवन साथी मिलने की उम्मीद भी हरी है। "
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 03-09-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी प्रस्तुति :
मेरी प्रस्तुति :
इस सप्ताह के पाँच रचनाकार
स्वभाव मेरा
अभिलाषा चौहान जी
"सदियों से परम्परा, मान-मर्यादा और संस्कार के नाम पर स्त्री को दोयम दर्जे का जीवन जीने को मजबूर किया जाता रहा है और अभी तक किया जा रहा है। इसी के खिलाफ एक बुलंद आवाज़ इस रचना के माध्यम से स्त्री चेतना को जागृत करने में पूर्ण सक्षम है।"
"सदियों से परम्परा, मान-मर्यादा और संस्कार के नाम पर स्त्री को दोयम दर्जे का जीवन जीने को मजबूर किया जाता रहा है और अभी तक किया जा रहा है। इसी के खिलाफ एक बुलंद आवाज़ इस रचना के माध्यम से स्त्री चेतना को जागृत करने में पूर्ण सक्षम है।"
जैसे मैं हूँ वैसे तुम कौन हो?
रिंकी राउत जी
श्वेता सिन्हा जी
"अपने अस्तित्व के अहमियत को निरंतर सूक्ष्म अवलोकन से अपने आप को जानने की चाहत की कड़ी में एक और सुन्दर भाव पूर्ण प्रस्तुति, और यहाँ मुझे लिखने में कोई अतिश्योक्ति नहीं नज़र आती कि स्त्री का अस्तित्व सभी जीवों का आधार है। यह पुरुषों के अस्तित्व के लिए आवश्यक है कि स्त्री अपनी संवेदनाएँ ना खो दें। "
संघर्ष
रवींद्र सिंह यादव जी
तुम मुझे यूँ समझ ना पाओगे
शशि गुप्ता जी
हर एक जिस्म घायल, हर एक रुह प्यासी
हर एक जिस्म घायल, हर एक रुह प्यासी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 10-09-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी प्रस्तुति :
मेरी प्रस्तुति :
इस सप्ताह के पाँच रचनाकार
मिलिए मित्र मंडली के नई सदस्या अनुराधा चौहान जी एवं नए सदस्य राजीव सिंह जी से
मिलिए मित्र मंडली के नई सदस्या अनुराधा चौहान जी एवं नए सदस्य राजीव सिंह जी से
मैं तेरा मीत बनूं
अनुराधा चौहान जी
#ललचाती फिसलती ज़िंदगी#
राजीव सिंह जी
शिक्षक दिवस
सुप्रिया पाण्डेय जी
तुम बिन जीना सिख रही हूँ
चुपके-चुपके
लोकेश नशीने जी
आशा है कि मेरा प्रयास आपको अच्छा लगेगा । आपका सुझाव अपेक्षित है। अगला अंक 17-09-2018 को प्रकाशित होगा। धन्यवाद ! अंत में ....
मेरी प्रस्तुति :
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