Biweekly Edition ( पाक्षिक संस्करण ) 25'April to 08'May
मीम (MEME)
"यह एक सैद्धांतिक इकाई है जो सांस्कृतिक विचारों, प्रतीकों या मान्यताओं आदि को लेखन, भाषण, रिवाजों या अन्य किसी अनुकरण योग्य विधा के माध्यम से एक मस्तिष्क से दूसरे मस्तिष्क में पहँचाने का काम करती है। "मीम" शब्द प्राचीन यूनानी शब्द μίμημα; मीमेमा का संक्षिप्त रूप है जिसका अर्थ हिन्दी में नकल करना या नकल उतारना होता है। इस शब्द को गढ़ने और पहली बार प्रयोग करने का श्रेय ब्रिटिश विकासवादी जीवविज्ञानी रिचर्ड डॉकिंस को जाता है जिन्होने 1976 में अपनी पुस्तक "द सेल्फिश जीन" (यह स्वार्थी जीन) में इसका प्रयोग किया था। इस शब्द को जीन शब्द को आधार बना कर गढ़ा गया था और इस शब्द को एक अवधारणा के रूप में प्रयोग कर उन्होने विचारों और सांस्कृतिक घटनाओं के प्रसार को विकासवादी सिद्धांतों के जरिए समझाने की कोशिश की थी। पुस्तक में मीम के उदाहरण के रूप में गीत, वाक्यांश, फैशन और मेहराब निर्माण की प्रौद्योगिकी इत्यादि शामिल है।"- विकिपीडिया से साभार.
MEME SERIES - 6
By looking at this picture you might be having certain reaction in your mind, through this express your reaction as the title or the caption. The selected title or caption of few people will be published in the next MEME SERIES POST.
इस तस्वीर को देख कर आपके मन में अवश्य ही किसी भी प्रकार के प्रतिक्रिया उत्पन्न हुई होगी, तो उसी को शीर्षक(TITLE) या अनुशीर्षक(CAPTION)के रूप में व्यक्त करें। चुने हुए शीर्षक(TITLE) या अनुशीर्षक(CAPTION)को अगले MEME SERIES POST में प्रकाशित की जाएगी।
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The next edition will be published on May 9, 2018. If you have similar type of picture on your blog, leave a link of your post in my comments section. I will link your posts on my blog in the next edition. Thank you very much dear friends for all your valuable captions for MEME SERIES-5 . Your participation and thoughts are deeply appreciated by me. Some of the best captions are listed below.
अगला संस्करण 9 मई , 2018 को प्रकाशित किया जाएगा। यदि आपके ब्लॉग पर इस तरह की कोई तस्वीर है, तो अपने पोस्ट का लिंक मेरी टिप्पणी अनुभाग में लिख दें। मैं अगले संस्करण में अपने ब्लॉग पर आपका पोस्ट लिंक कर दूंगा। मेरे प्रिय मित्रों, आपके सभी बहुमूल्य शीर्षक(TITLE) या अनुशीर्षक(CAPTION) के लिए धन्यवाद। MEME SERIES-5 के पोस्ट पर आपकी भागीदारी और विचारों ने मुझे बहुत प्रभावित किया, उनमें से कुछ बेहतरीन कैप्शन नीचे उल्लेखित हैं।
छल छल निश्छल।---------सुशील कुमार जोशी (SKJoshi)
1 मन की धरा से अंकुरित खुशी ।
2 एक तरणताल था घर हमारे।
3 खिलते अरविंद ।
2 एक तरणताल था घर हमारे।
3 खिलते अरविंद ।
4 यादों का बचपन। ----------------Kusum Kothari
1 एक रहेन ईर, एक रहेन बीर, एक रहेन फत्ते और एक रहीन हम...
2 गर्मी अच्छी है... Sudha's insights
2 गर्मी अच्छी है... Sudha's insights
हर हर गंगे !...Harsh Wardhan Jog
ए गर्मी आज़मा ले मुझे ...Digamber Naswa
निर्मल नीर निश्छल मृगछौने,
बाल सखा सम्मुख सब बौने!------------ Vishwa Mohan
निर्मल नीर निश्छल मृगछौने,
बाल सखा सम्मुख सब बौने!------------ Vishwa Mohan
कितने प्यारे ये पल अलबेले -
इस जैसी कहीं कोई बात कहाँ ?
ये मासूम से झिलमिल चेहरे -
है ऐसी खुशियों की बरसात कहाँ -?
आ जी ले छटपट ये लम्हे - समय भागता जाता है - बिछड़े तो जाने कब मिलेगे -- बचपन कब लौट के आता है -? जाने कितना ये साथ रहेगा - कब ले जाये हालात कहाँ ?-----------------Renu
इस जैसी कहीं कोई बात कहाँ ?
ये मासूम से झिलमिल चेहरे -
है ऐसी खुशियों की बरसात कहाँ -?
© राकेश कुमार श्रीवास्तव "राही"
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मेरे पोस्ट के प्रति आपकी राय मेरे लिए अनमोल है, टिप्पणी अवश्य करें!- आपका राकेश श्रीवास्तव 'राही'