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Friday, September 21, 2018

आओ छोटा चार धाम यात्रा पर चलें – (भाग – 1)


(भाग – 1)
यात्रा पूर्व
http://uttarakhandtourism.gov.in/char-dham से साभार 
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जब कोई अपनी यात्रा वृतांत का संस्मरण सुनाने लगता है या जब हम किसी की यात्रा वृतांत का संस्मरण पढ़ते हैं तो मन में स्वतः उस स्थल के दर्शन करने का इच्छा प्रबल हो जाती है. तो  जब सन् 2013 में मेरे चाचा जी आगरा से ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ जी एवं श्री बद्रीनाथ जी धाम का दर्शन कर लौटे तो मेरे निवास स्थान कपूरथला भी आए और उनकी यात्रा वृतांत का संस्मरण को सुनकर मेरी भी इच्छा वहाँ की यात्रा करने की हुई परन्तु कुछ ही दिनों के बाद उत्तराखंड में आई प्रलयकारी विध्वंस से कुछ सालों तक मेरी हिम्मत वहाँ की यात्रा करने को नहीं हुई. परन्तु कई ब्लॉग और समाचार पत्रों में उत्तराखंड राज्य की स्थिति में तीव्रता के साथ सुधार एवं छोटा चार धाम की यात्रा के लिए सुंदर सडकों के निर्माण की खबर पढ़ कर फिर से श्री केदारनाथ जी एवं श्री बद्रीनाथ जी की यात्रा करने की इच्छा बलवती हो गई.

मैंने 2017 से अपनी शादी की 21 वीं सालगिरह, जून 2018 पर हमने ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ जी एवं श्री बद्रीनाथ जी धाम दर्शन पर विचार करना शुरू किया . इस यात्रा के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की तो छोटा चार धाम का पता चला . जिसमें यात्रा की शुरुआत सबसे पहले हरिद्वार में गंगा स्नान के बाद यमनोत्री, गंगोत्री, ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ जी और श्री बद्रीनाथ जी धाम दर्शन के साथ अंत में रुद्रप्रयाग में अलकनंदा एवं मंदाकिनी के संगम दर्शन के साथ यात्रा पूर्ण होती है. इस तरह सभी उपलब्ध जानकारी के अनुसार मैंने अपनी निजी वाहन के साथ बारह दिवसीय यात्रा का एक विस्तृत रुपरेखा तैयार की जो निम्न प्रकार से थी  : 


छोटा चार धाम यात्रा की विस्तृत रूप-रेखा 
दिनांक  कहाँ से  कहाँ तक  प्रस्थान  आगमन  दूरी  प्रयोजन 
12 जून 2018 कपूरथला  ------------- 10 बजे रात  --------- -------
13 जून 2018 ----------------- हरिद्वार  --------- सुबह 6 बजे  353 कि.मी. सुबह गंगा स्नान एवं शाम को गंगा आरती दर्शन 
14 जून 2018 हरिद्वार  बड़कोट सुबह 5 बजे  6 बजे शाम   188 कि.मी. ऋषिकेश भ्रमण एवं बरकोट में रात्रि विश्राम 
15 जून 2018 बड़कोट जानकी चट्टी  सुबह 7  बजे  सुबह 8 बजे  45 कि.मी. जानकी चट्टी से यमनोत्री दर्शन (दूरी 8 कि.मी.) कर वापसी जानकी चट्टी 
15 जून 2018 जानकी चट्टी  बड़कोट  शाम 5  बजे  शाम 6 बजे  45 कि.मी. बड़कोट में रात्रि विश्राम 
16 जून 2018 बड़कोट  उत्तरकाशी  दोपहर 3 बजे  शाम 6 बजे  80 कि.मी. विश्वनाथ मंदिर और शक्ति मंदिर दर्शन एवं उत्तरकाशी में रात्रि विश्राम 
17 जून 2018 उत्तरकाशी  गंगोत्री  सुबह 6 बजे  सुबह10 बजे  100 कि.मी. गंगोत्री में स्नान 
17 जून 2018 गंगोत्री  उत्तरकाशी  दोपहर 3  बजे  रात्रि 7 बजे  100 कि.मी. उत्तरकाशी में रात्रि विश्राम 
18 जून 2018 उत्तरकाशी  गौरीकुंड  सुबह 5 बजे  शाम 5 बजे  224 कि.मी. गौरीकुंड में रात्रि विश्राम 
19 जून 2018 गौरीकुंड  केदारनाथजी  सुबह 5 बजे  सुबह11 बजे  16 कि.मी. केदारनाथ मंदिर दर्शन, शाम आरती दर्शन एवं केदारनाथ में रात्रि विश्राम 
20 जून 2018 केदारनाथजी  गौरीकुंड  सुबह10 बजे  शाम 5 बजे  16 कि.मी. सुबह केदारनाथ जी का रुद्राभिशेख एवं गौरीकुंड में रात्रि विश्राम 
21 जून 2018 गौरीकुंड  बद्रीनाथ सुबह 5 बजे  दोपहर1 बजे  225 कि.मी. बद्रीनाथ जी आरती दर्शन एवं बद्रीनाथ में रात्रि विश्राम 
22 जून 2018 बद्रीनाथ हरिद्वार  सुबह 5 बजे  रात्रि 8 बजे  315 कि.मी. माणा गाँव, रुद्रप्रयाग भ्रमण एवं हरिद्वार में रात्रि विश्राम
23 जून 2018 हरिद्वार  कपूरथला  सुबह 11 बजे  रात्रि 8 बजे  353 कि.मी. सुबह गंगा स्नान एवं कपूरथला पहुँचने पर यात्रा समाप्ति  
https://www.sacredyatra.com/chardham-route-map से साभार 

शेष 29-09-2018 के अंक में .................................

भाग -2 पढ़ने के लिए नीचे क्लिक करें :
“आओ छोटा चार धाम यात्रा पर चलें – (भाग – 2) यात्रा पूर्व



©  राकेश कुमार श्रीवास्तव "राही"

5 comments:

  1. Hi, thanks for sharing travel tips for Chardham yatra such a valuable blog. I hope you will share more information about char dham yatra from bangalore
    . Keep posting like this!!

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  2. बहुत ही खूबसूरत आर्टिकल लिखा है आपने वो भी पूरी जानकारी के साथ. हर हिन्दू को एक बार चारधाम यात्रा जरूर करनी चाहिए

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  3. Very interesting article you have written, enjoyed reading it. Every Hindu must do Chardham Yatra once.
    Also read my post: New Delhi Tour

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  4. उत्तराखंड की चारधाम यात्रा हर किसी को एक बार अपनी जिंदगी में जरूर करनी चाहिए क्योकि यही मोक्ष का द्वार है। इस यात्रा को करने के बाद इंसान मोक्ष को प्राप्त होता है।

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  5. very interesting and valuable information. Purani yaden taza ho gayin bhaiya. jab hum Amarnath yatra sath kiye the.

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