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Friday, March 16, 2018

बे-वफ़ा









बे-वफ़ा 


मेरा आसमां, तेरे लिए,   
ये मेरी दुआ, तेरे लिए, 
मेरी चाहतें औ'  जुस्तुजू-2
ये इश्क भी, तेरे लिए।  

मेरी जान है, तेरे लिए, 
ये ईमान भी, तेरे लिए,  
हर शै में तुमको ही देखूँ -2
ये नज़र भी है, तेरे लिए। 

साया गम का, तुम पर, न पड़े, 
आँखों से आँसू भी न गिरे,
तू खुश रहे यूँ ही सदा-2
दामन ख़ुशी से  तेरा भरे।    

तुमसे कभी न मिल पाऊंगा,
तेरे बिना जी न पाऊंगा,
जानता हूँ, बेवफा है तू -2
सिला तुम से न ले पाऊंगा। 

यकीं से कहता हूँ, सुन ले तू,
याद किया गर, मुझ को तू , 
हिचकी ले ले, मर जाऊँगा-2
अब न याद करना, दिल से तू। 

मेरी स्वरचित कविता का स-स्वर आनंद लें और अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें.

 












-© राकेश कुमार श्रीवास्तव "राही"




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