बे-वफ़ा
मेरा आसमां, तेरे लिए,
ये मेरी दुआ, तेरे लिए,
मेरी चाहतें औ' जुस्तुजू-2
ये इश्क भी, तेरे लिए।
मेरी जान है, तेरे लिए,
ये ईमान भी, तेरे लिए,
हर शै में तुमको ही देखूँ -2
ये नज़र भी है, तेरे लिए।
साया गम का, तुम पर, न पड़े,
आँखों से आँसू भी न गिरे,
तू खुश रहे यूँ ही सदा-2
दामन ख़ुशी से तेरा भरे।
तुमसे कभी न मिल पाऊंगा,
तेरे बिना जी न पाऊंगा,
जानता हूँ, बेवफा है तू -2
सिला तुम से न ले पाऊंगा।
यकीं से कहता हूँ, सुन ले तू,
याद किया गर, मुझ को तू ,
हिचकी ले ले, मर जाऊँगा-2
अब न याद करना, दिल से तू।
मेरी स्वरचित कविता का स-स्वर आनंद लें और अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें.
-© राकेश कुमार श्रीवास्तव "राही"
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