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The UN theme for International Women's Day 8th MARCH'2013 is
"A promise is a promise: Time for action to end violence against women,"
मोहब्बत
ऐसे ही, बस यूँ ही,
दिल तुमसे, लगा बैठा।
जैसे भी, तुम चल दी,
कदमों से ताल, मिला बैठा।
कैसे भी, तुम को मैं,
जीवन साथी अपना, बना बैठा।
वैसे ही, जीवन को,
सात रंगों से मैं, सजा बैठा।
तो जिंदगी, कटने लगी,
जैसे सपनों को पर, लगा बैठा।
जैसे ही,तुम बिछड़ी ,
खुद को मैं, लुटा बैठा।
सासें भी,अब थम गई,
कब्र पे तेरे, मैं आ बैठा।
मिलने की, चाहत में,
चाँद -सितारों के पार, मैं आ बैठा।
जैसे ही,तुम मिल गई,
मैं फिर से होश, गवां बैठा।
ऐसे ही, बस यूँ ही,
दिल तुमसे लगा बैठा।
Wah Wah
ReplyDeleteBeautifully said:)
ReplyDeleteNice blog following u now:) do check out my blog sometime:)
Beautiful poem!
ReplyDeletewov...liked it very much.
ReplyDelete.
.जैसे भी, तुम चल दी,
कदमों से ताल, मिला बैठा।
..
.
following onwards.do vist me in spare times..
बहुत खूब ...
ReplyDeleteहोता है जब प्रेम की कोई सीमा नहीं रहती ... अच्छी रचना है ..
bahut achi hain
ReplyDeleteWah! Wah!
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