नमस्कार,
मेरे
प्रथम उपन्यास 'ढाई
कदम'
को
पाठकों के अपार स्नेह मिलने
के बाद मैं आपलोगों के समक्ष
अपना दूसरा हिंदी उपन्यास
'एक
नदी चार किनारे'
प्रस्तुत
कर रहा हूँ । उम्मीद है कि यह
उपन्यास भी आपका मनोरंजन करने
के साथ-साथ
आपके जीवनशैली को भी प्रभावित
कर सुखद वैवाहिक जीवन जीने
की प्रेरणा देगा।
मैं
goodreads.com
के
पाठकों का विशेष रूप से आभारी
हूँ।
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धन्यवाद!
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" ( 2064...पीपल की पत्तियाँ झड़ गईं हैं ... ) पर गुरुवार 11 मार्च 2021 को साझा की गयी है.... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteआभार रविन्द्र जी, विलंब से उत्तर देने के लिए क्षमाप्रार्थी हूँ
Deleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteशुक्रिया ओंकार जी।
Deleteबहुत- बहुत बधाई और शुभकामनाएं राकेश जी | पहले उपन्यास के अनुभव भी जरुर लिखें ब्लॉग पर कि उसका रिस्पांस पाठकों में कैसा रहा |
ReplyDeleteशुक्रिया रेणु जी, प्रकाशन से लेकर पाठक तक का सफ़र रोचक रहा। आपके आग्रह पर एक पोस्ट अवश्य लिखूंगा।
ReplyDeleteजी राकेश भाई, मित्र मंडली का सूना आँगन कब आबाद होगा??? 🤗🤗
Deleteहार्दिक बधाई एवं ढेरों शुभकामनायें भाई राकेश जी।
ReplyDeleteसादर
बधाई हो राकेश जी आपको ढेर साड़ी शुभकामनाए| Big Tech Blogs
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