आज के बाद हम मिल नहीं पायेंगे ,
तेरी राहों से हम गुजर नहीं पायेंगे।
दुनिया की रस्मों को मिलकर निभाएँगे ,
आज के बाद हम मिल नहीं पायेंगे।
दुल्हन के जोड़े में, तुझे देख नहीं पायेंगे,
आज के बाद हम मिल नहीं पायेंगे।
लाखों दुआएँ मेरी, तेरे साथ जायेंगी ,
सारी बलाएँ तेरी, मेरे साथ जायेंगी।
अश्क तेरी आँखों में रह नहीं पायेंगे ,
खुशियों के तारे, तेरी राह में जगमगायेंगे।
सदा मुस्कुराने का वादा तुम तो निभाओगी ,
मय्यत पर मेरी आ कर भी, तुम मुस्कुराओगी।
-राकेश कुमार श्रीवास्तव