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इंटरनेट से लिया गया है। |
अपनी -अपनी होली
रंग-बिरंगी होली आई,
सबके रंग निराले भाई।
नेता जी की टोली आई,
आपस में कीचड़ उछाले भाई।
भ्रष्टाचारियों ने उधम मचाई ,
रंगे हाथों पकड़े गए भाई।
चोरों ने की खूब हाथ सफाई,
पकड़े गए,चेहरे का रंग उड़ गया भाई।
मिलावटी राम ने की खूब कमाई,
रंग तक को नहीं छोड़ा भाई।
आम आदमी का क्या कहना भाई,
तिलक लगाकर होली मनाई।
-राकेश कुमार श्रीवास्तव
आप सब को होली की ढ़ेर सारी शुभकामनाएँ !
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TAKEN FROM INTERNET |
The UN theme for International Women's Day 8th MARCH'2013 is
"A promise is a promise: Time for action to end violence against women,"
मोहब्बत
ऐसे ही, बस यूँ ही,
दिल तुमसे, लगा बैठा।
जैसे भी, तुम चल दी,
कदमों से ताल, मिला बैठा।
कैसे भी, तुम को मैं,
जीवन साथी अपना, बना बैठा।
वैसे ही, जीवन को,
सात रंगों से मैं, सजा बैठा।
तो जिंदगी, कटने लगी,
जैसे सपनों को पर, लगा बैठा।
जैसे ही,तुम बिछड़ी ,
खुद को मैं, लुटा बैठा।
सासें भी,अब थम गई,
कब्र पे तेरे, मैं आ बैठा।
मिलने की, चाहत में,
चाँद -सितारों के पार, मैं आ बैठा।
जैसे ही,तुम मिल गई,
मैं फिर से होश, गवां बैठा।
ऐसे ही, बस यूँ ही,
दिल तुमसे लगा बैठा।
-राकेश कुमार श्रीवास्तव